चित्त प्रवाह!?

श्री अर्द्धनारीश्वर दर्शन की सूक्ष्म दशा अनन्त यात्रा में क्या है?#अशोकबिन्दु

इस योग/संतुलन/जोड़/मिलन/समीपता के पीछे का अनन्त रहस्य क्या है?

यह दशा है जिस स्तर पर क्या उस स्तर से ऊपर कोई स्तर नहीं है?

वार्षिक काल ही नहीं, काल के हर खण्ड पर यह दशा है।अनन्त काल में भी यह दशा है।

विभिन्न दशाओं ,स्तरों तक पहुंचने के लिए कोई वर्ण, कोई शब्द, कोई पद, कोई वाक्य सहायक तो हो सकता है लेकिन अहसास की दुनिया में, महसूस करने की दुनिया में वर्ण, शब्द, पद, वाक्य के पीछे अनन्त दशाएं छिपी हुई हैं।

👍बिन पिए नशा नशा कर लो बस!👌 
यह कैसे सम्भव है?
पश्चिम का हिप्पीवाद कैसे 👍हरे रामा हरे कृष्णा👌💐 आंदोलन में बदल गया?! कैसे पश्चिम में अब सनातन की अनन्त संभावनाओं वाली क्रियाओं का ,होने का सहारा ले रहे हैं अब?

हम है जो अभी धर्म व सनातन के नाम ही मतभेद में हैं?
आखिर हम उस सनातन दशा को महसूस करना शुरू करंगे जहां पर आकर सागर में कुम्भ कुम्भ में सागर की स्थिति, विश्व बंधुत्व, बसुधैब कुटूम्बकम  आदि की स्थिति, विविधता में एकता की स्थिति?!

अनन्त डूब का अहसास कब?
#अशोकबिन्दु
विश्व हिंदी अध्यात्म साझा प्रचारक! 
(महाशिवरात्रि पर विशेष)

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1 Comments

बहुत ही सुंदर,,, हम अपनी संस्कृति छोड़ रहे हैं और विदेशी उसे ग्रहण कर रहे हैं

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